कर्कट बथुवा सब नामी छै ऐठां
गुनधुन नै जकरो धामी छै ऐठां
नारीकें पूजा ढाँढस मन्दिरमे
असलीमे नर सब कामी छै ऐठां
जै क्षेत्रक बुधि नै तै पर दै व्याख्या
बिनु मामा बहुते मामी छै ऐठां
बूझत सम्झत सोचत के की किछुओ
अनकर डेगे अनुगामी छै ऐठां
चुप्पे रहबै कुन्दन जिनगी भरि हम
साँचो बाजब बदनामी छै ऐठां
22-22-22-22-22
© कुन्दन कुमार कर्ण
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