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सितंबर, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

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मुखपोथी (फेसबुक)पर लोकप्रिय भेल किछु शेर

'मैथिली शाइरी' जे कि सामाजिक सञ्जालक युगमे पछिला एक दशकसँ बहुक लोकप्रिय भेलै आओर दिनप्रति दिन एकर लोकप्रियतामे निरन्तर वृद्धि भऽ रहल छै । पाठक सभक प्रेमकें ध्यानमे रखैत शेर- ओ-शाइरीक एहि यात्रामे हम फेसबुक पर शेर सभ साझा करैत रहैत छी । सन् २०२५ मे एखन धरि प्रस्तुत भेल शेर निम्न प्रकार अछि । मैथिली गजल प्रेमी सभसँ निहोरा अछि जे  ई पढि  अपन प्रतिकृया देल जाय । फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसकुबपर देखबाक लेल क्लिक करू   फेसकुबपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू पढबाक लेल धन्यवाद ।

शराब पर गजल

पचासम् गजल (शराब पर गजल)

तोहर याद नै आबै तँइ पी लए छी हम जिनगी आब दारुमे डुबि जी लए छी हम मतलब कोन छै हमरा दुनियासँ तोरा बिनु अपनेमे मगन रहि ककरो की लए छी हम दर्दक अन्हरीयामे पिअबाक मानक नै कहियो काल कम कहियो बेसी लए छी हम छै अलगे मजा स्वर्गक चुमनाइमे बोतल तोहर ठोर बुझि नित चुमि सजनी लए छी हम मजबूरी कहू या हिस्सक या नियत कुन्दन बस दुनियाक आगू बनि नेही लए छी हम मात्राक्रम : 2221-222-22-1222 © कुन्दन कुमार कर्ण