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नवंबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

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गजल: लगाबऽ दाउ पर पड़ै परान बन्धु

लगाबऽ दाउ पर पड़ै परान बन्धु मनुष बनै तखन सफल महान बन्धु बड़ी कठिनसँ फूल बागमे खिलै छै गुलाब सन बनब कहाँ असान बन्धु जबाब ओकरासँ आइ धरि मिलल नै नयन सवाल केने छल उठान बन्धु हजार साल बीत गेल मौनतामे पढ़ब की आब बाइबल कुरान बन्धु लहास केर ढेरपर के ठाढ़ नै छै कते करब शरीर पर गुमान बन्धु 1212-1212-1212-2 © कुन्दन कुमार कर्ण

गजलः आइ बदरीमे नजरि एलै तस्वीर तोहर

आइ बदरीमे नजरि एलै तस्वीर तोहर चानकें सेहो अखड़ि गेलै तस्वीर तोहर तोरे दर्शन लेल पृथ्वीपर परि आबि गेलै इन्द्रलोकोमे असरि भेलै तस्वीर तोहर चेहरा ककरो मिलल नै तोरा चेहरा सन तइयो दुनियाँ भरि नजरि एलै तस्वीर तोहर शंका हेतै शुद्धतापर केओ केने शाइद बीच गंगामे उतरि हेलै तस्वीर तोहर बरखा ठनका ठण्डी गर्मी गगनोमे की–की नै चोट मौसमकें कुहरि झेलै तस्वीर तोहर ऽ।ऽऽ     ऽ।ऽऽ     ऽऽऽ।     ऽऽ © कुन्दन कुमार कर्ण Maithili Ghazal

कौन सी रचना गजल हैं, कौन सी नहीं ? (हिन्दी अनुवाद)

गजल सम्बन्धी नेपाली भाषामे "कुन रचना गजल हो, कुन होइन ?" शीर्षकमे जुलाई, २०२० मे नेपालक राष्ट्रिस्तरकें न्यूजपोर्टल सभमे प्रकाशित भऽ चूकल आलेखक नई उम्मीद मैगजिनमे प्रकाशित हिन्दी अनुवाद- गजलः नव उम्मीदमे प्रकाशित आलेखक हिन्दी अनुवाद - पहिल पृष्ठ गजलः नव उम्मीदमे प्रकाशित आलेखक हिन्दी अनुवाद - दोसर पृष्ठ गजलः नव उम्मीदमे प्रकाशित आलेखक हिन्दी अनुवाद - तेसर पृष्ठ