'मैथिली शाइरी' जे कि सामाजिक सञ्जालक युगमे पछिला एक दशकसँ बहुक लोकप्रिय भेलै आओर दिनप्रति दिन एकर लोकप्रियतामे निरन्तर वृद्धि भऽ रहल छै । पाठक सभक प्रेमकें ध्यानमे रखैत शेर- ओ-शाइरीक एहि यात्रामे हम फेसबुक पर शेर सभ साझा करैत रहैत छी । सन् २०२५ मे एखन धरि प्रस्तुत भेल शेर निम्न प्रकार अछि । मैथिली गजल प्रेमी सभसँ निहोरा अछि जे ई पढि अपन प्रतिकृया देल जाय । फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसकुबपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसकुबपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू फेसबुकपर देखबाक लेल क्लिक करू पढबाक लेल धन्यवाद ।
- गजल की छै ?
- बहरमे कहल किछु शेर छै ।
- बहर की छै ?
- पाँतिक एक समान मात्राक्रम बहर छै ।
- शेरमे की छै ?
- दू पाँतिमे की छै ?
- पहिल मतला अंतिम मकता आ बीच बला आन शेर छै ।
- मतलामे की छै ?
- मतलाक दूनू पाँतिमे काफिया आ रदीफ छै ।
- काफिया की छै ?
- काफिया तुकांत छै ।
- रदीफ की छै ?
- कोनो पाँतिक अंतिम उभयनिष्ठ रदीफ छै ।
- मकता की छै ?
- मकता गजलक अंतिम शेर छै जाहिमे लोक अपन नाम लीखै छै ।
इएह गजल छै ।
(आशीष अनचिन्हार)

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